- भस्म आरती: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष का उत्सव, बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार कर चढ़ाई गई भस्म!
- साल के आखिरी दिन महिदपुर में पसरा मातम: उज्जैन के पास महिदपुर रोड पर पिकअप पलटी, तीन की मौत; कई घायल
- भस्म आरती: तड़के चार बजे जय श्री महाकाल की गूंज से गूंजा उज्जैन, रजत त्रिशूल डमरू और रुद्राक्ष की माला अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- नाथ ने पूजे भोलेनाथ! केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे उज्जैन, श्री महाकालेश्वर भगवान के किए दर्शन
- सोमवती अमावस्या 2024: सौभाग्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति का दिन
हस्त नक्षत्र में विराजेंगी मां शक्ति, मध्याह्न में लगेगा चित्रा नक्षत्र
मां शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रि इस बार दस दिन का रहेगा। १ अक्टूबर को घटस्थापना के साथ नवरात्रि पर्व की शुरुआत होगी। नवरात्रि में आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। देवी आराधना का यह पर्व १० अक्टूबर को समाप्त होगा। ११ अक्टूबर को विजयादशमी पर्व मनाया जाएगा।
वहीं इस बार मां शक्ति हस्त नक्षत्र में विराजेंगी। मध्याह्न से चित्रा नक्षत्र शुरू होगा। इसमें घटस्थापना नहीं की जाती है। घटस्थापना के लिए चित्रा नक्षत्र शुभ नहीं है। नवरात्रि में मां महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की उपासना की जाती है। नवरात्रि के दौरान ६ अक्टूबर को ललिता पंचमी है। इस दिन आनंद योग और अनुराधा नक्षत्र का संगम इसे और भी खास बना देता है।
मां सरस्वती के चार दिन
नवरात्रि के दौरान मां सरस्वती के चार दिन होते हैं। इस बार ८ अक्टूबर से यह शुरू होंगे। पहले दिन ८ अक्टूबर को मां का आह्वान किया जाएगा। ९ को पूजन, १० को बलिदान एवं ११ अक्टूबर को विसर्जन किया जाएगा। चूंकि मां सरस्वती विद्या की देवी हैं इसलिए यह दिन शिक्षा के जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है।